Monday 14 January 2019

माँ की एहशान

जो बना है मेरा अच्छा पहचान ।

यह , सब है तुम्हारा ही एहशान ॥
हे माँ तुम कैसी  देती गई दुआ ।
आज ,जीवन में ऐसा चमत्कार हुआ ॥

लोग  मेरा नाम चाह से लेते है ।
हर कदम पे धन्यवाद  देते है ॥
मैं,एकदिन इतना बड़ा बनूँगा ।
सबकी आँखों का तारा बनूँगा ॥

यह मैंने कभी सोचा नहीं था ।
अपनी किस्मत को देखा नहीं था ॥
हर काम में,मुझे जो सफलता मिलीं ।
वंजर भूमि में भी ,कलियाँ  खिली ॥

यह सब तुम्हारा ही एहसान है माँ ।
तुम्हारा बनाया हुआ,पहचान है माँ ॥
कितना प्यारा है माँ,तुम्हारा एहसान ।
बना दिया मेरा अच्छा पहचान ॥

तुम्हारी दुआ की असर ।
ऐसी  पड़ी मुझ पर ॥
मैं दुनिया में,सबसे काबिल हो गया ।
बड़े- बड़े लोंगो में शामिल हो गया ॥

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